शनिवार, 3 सितंबर 2016

Charitra

जिसका जैसा "चरित्र" होता है
उसका वैसा ही "मित्र" होता है ।

"शुद्धता" होती है "विचारों"में
"आदमी" कब "पवित्र" होता है ।

फूलो में भी कीड़े पाये जाते हैं..,
पत्थरों में भी हीरे पाये जाते हैं.., बुराई को छोड़कर अच्छाई देखिये तो सही.., नर में भी नारायण पाये जाते हैं..!!

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