सोमवार, 19 सितंबर 2016

vichar kare



ओढ़ कर तिरंगा क्यों पापा आये है


शहीद जवान के बच्चे की दिल छू गई कविता ओढ़ के तिरंगा क्यों पापा आये है? माँ मेरा मन बात ये समझ ना पाये है, ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है। पहले पापा मुन्ना मुन्ना कहते आते थे, टॉफियाँ खिलोने साथ में भी लाते थे। गोदी में उठा के खूब खिलखिलाते थे, हाथ फेर सर पे प्यार भी जताते थे। पर ना जाने आज क्यूँ वो चुप हो गए, लगता है की खूब गहरी नींद सो गए। नींद से पापा उठो मुन्ना बुलाये है, ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है। फौजी अंकलों की भीड़ घर क्यूँ आई है, पापा का सामान साथ में क्यूँ लाई है। साथ में क्यूँ लाई है वो मेडलों के हार , आंख में आंसू क्यूँ सबके आते बार बार। चाचा मामा दादा दादी चीखते है क्यूँ, माँ मेरी बता वो सर को पीटते है क्यूँ। गाँव क्यूँ शहीद पापा को बताये है, ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है। माँ तू क्यों है इतना रोती ये बता मुझे, होश क्यूँ हर पल है खोती ये बता मुझे। माथे का सिन्दूर क्यूँ है दादी पोछती, लाल चूड़ी हाथ में क्यूँ बुआ तोडती। काले मोतियों की माला क्यूँ उतारी है, क्या तुझे माँ हो गया समझना भारी है। माँ तेरा ये रूप मुझे ना सुहाये है, ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है। पापा कहाँ है जा रहे अब ये बताओ माँ, चुपचाप से आंसू बहा के यूँ सताओ ना। क्यूँ उनको सब उठा रहे हाथो को बांधकर, जय हिन्द बोलते है क्यूँ कन्धों पे लादकर। दादी खड़ी है क्यूँ भला आँचल को भींचकर, आंसू क्यूँ बहे जा रहे है आँख मींचकर। पापा की राह में क्यूँ फूल ये सजाये है, ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है। क्यूँ लकड़ियों के बीच में पापा लिटाये है, सब कह रहे है लेने उनको राम आये है। पापा ये दादा कह रहे तुमको जलाऊँ मैं, बोलो भला इस आग को कैसे लगाऊं मैं। इस आग में समा के साथ छोड़ जाओगे, आँखों में आंसू होंगे बहुत याद आओगे। अब आया समझ माँ ने क्यूँ आँसू बहाये थे, ओढ़ के तिरंगा पापा घर क्यूँ आये थे ।।।

गुरुवार, 15 सितंबर 2016

29 Secret whatsapp tricks you never knew

Use whatsapp without any phone Number

Do you know you can use whatsapp without any phone number. Yes you heard it right. Follow the steps:
  1. Uninstall whatsapp from your mobile.
  2. Download whatsapp from play store.
  3. Turn the flight mode on.
  4. Download and install spoof messages app from play store
  5. Start the installation process.
  6. Now , It will not be able to verify you via internet and it will prompt you to choose alternate SMS Method.
  7. Now choose check through sms and enter your email.
  8. Instantly without waiting for any more time click on cancel and authorization process will stop.
  9. Now open the spoof messaging app and enter below details.

To
+447900347295
From: +(Country code)(mobile number)
Message: Your email address
It will now verify whatsapp for you and you will start using whatsapp.

Send all your conversation to your email

Most people wanted to view media and chats on their computer, but they are unaware of a shortcut that can send all the chat history and images, video to your inbox with one single click.
  1. Just go to whatsapp and press any contact for more than few seconds.
  2. A pop up menu will appear
  3.  Click on email conversation. Send your conversation via gmail or any other email.

 


Spy on someone else whatsapp

 

  1. Borrow your friends’ android phone which you want to spy for just one minute.
  2. Go to settings —> About phone —> Status—> Wi-Fi MAC address
  3. Note down the mac address. Keep the phone for few more minutes. we need it man.
  4. Now go to your phone and uninstall whatsapp.
  5. Change your Mac id to your friend’s one by spoofing mac.
  6. Now Download and install whatsapp on your phone. Whatsapp will send the verification code to your friend’s phone.
  7. verify your downloaded whatsapp by the verification code sent to your friend’s phone.
  8. You have installed exact replica of your friend’s whatsapp. Now whatever he or she will do, you can track it with your phone. Useful for parents and lovers. Do not use it for illegal purpose.

Stop someone from Knowing you read his message or not

You can also stop whatsapp from showing someone else read notification. That is , no one can find out you read their message or not. The only disadvantage is that once you check this option, You also can not determine when your message was read by other.
Steps:-
  1. Open your WhatsApp and tap three vertical dots icon on the top right of your screen.
  2. Now move to Settings > Account > Privacy.
  3. Uncheck Read receipts.
whatsapp-read-recieptRest information in next story

 


 

सुन्दर सन्देश


*Few* Beautiful *Messages* to Start *your day *Beautifully* __ 1. *जिदंगी* मे कभी भी किसी को बेकार मत समझना,क्योक़ि बंद पडी *घडी*भी दिन में दो बार सही समय बताती *है।* 2. *किसी* की बुराई तलाश करने वाले इंसान की मिसाल उस *मक्खी* की तरह है जो सारे खूबसूरत जिस्म को छोडकर केवल *जख्म* पर ही बैठती *है।* 3. *टूट* जाता है *गरीबी* मे वो *रिश्ता* जो खास होता है, हजारो यार बनते है जब *पैसा* पास होता *है।* 4. *मुस्करा* कर देखो तो सारा जहाॅ *रंगीन* है, वर्ना भीगी *पलको* से तो *आईना* भी धुधंला नजर आता *है।* 5. *जल्द* मिलने वाली *चीजे* ज्यादा दिन तक *नही* चलती, और जो चीजे ज्यादा दिन तक *चलती* है वो जल्दी नही *मिलती।* 6. *बुरे* दिनो का एक अच्छा *फायदा* अच्छे-अच्छे *दोस्त* *परखे* जाते है। 7. *बीमारी* खरगोश की तरह आती है और *कछुए* की तरह जाती है; जबकि *पैसा* कछुए की तरह आता है और *खरगोश* की *तरह* जाता है। 8. *छोटी* छोटी बातो मे *आनंद* खोजना चाहिए क्योकि *बङी *बङी* तो *जीवन* मे कुछ ही होती *है।* 9. *ईश्वर* से कुछ *मांगने* पर न मिले तो उससे *नाराज* ना होना *क्योकि* ईश्वर वह नही देता जो आपको अच्छा लगता है *बल्कि* वह देता है जो आपके लिए *अच्छा* होता *है* 10. *लगातार* हो रही असफलताओ से *निराश* नही होना *चाहिए* क्योक़ि कभी-कभी *गुच्छे*की *आखिरी* चाबी भी *ताला* खोल देती *है।* 11. *ये* सोच है हम *इसांनो* की कि एक *अकेला* क्या *कर* सकता है पर देख जरा उस *सूरज* को वो *अकेला* ही तो *चमकता है।* 12. *रिश्ते* चाहे कितने ही बुरे हो उन्हे तोङना मत क्योकि *पानी* चाहे कितना भी *गंदा* हो अगर *प्यास* नही बुझा सकता वो आग तो बुझा *सकता है।* 13. *अब* वफा की *उम्मीद* भी किस से करे भला *मिटटी* के बने लोग *कागजो* मे बिक *जाते है।* 14. *इंसान* की तरह *बोलना* न आये तो *जानवर की *तरह* मौन रहना *अच्छा* है। 15. *जब* हम बोलना नही जानते *थे* तो हमारे बोले *बिना'माँ'* हमारी बातो को *समझ* जाती थी। *और आज हम *हर* बात पर कहते है छोङो भी *'माँ'* आप नही *समझोंगी।* 16. *शुक्र* गुजार हूँ उन तमाम *लोगो* का जिन्होने बुरे *वक्त*_मे मेरा *साथ* छोङ दिया क्योकि उन्हे *भरोसा* था कि मै *मुसीबतो* से अकेले ही निपट *सकता* हूँ। 17. *शर्म*की *अमीरी* से *इज्जत* की *गरीबी *अच्छी* है। 18. *जिदंगी* मे उतार *चङाव* का आना बहुत *जरुरी है* क्योकि *ECG* मे सीधी *लाईन* का मतलब *मौत* ही होता है। 19. *रिश्ते* आजकल *रोटी* की *तरह*हो गए है जरा सी आंच *तेज* क्या हुई *जल* भुनकर *खाक* हो जाते। 20. *जिदंगी* मे अच्छे *लोगो की* तलाश मत *करो* खुद *अच्छे* बन जाओ *आपसे मिलकर *शायद* *किसी* की तालाश *पूरी हो।*